22 May, 2008

हॉस्पिटल पैकेज डील से ज्यादा नहीं ले सकते

नई दिल्लीः स्टेट कंस्यूमर कोर्ट ने कहा है कि 'पैकेज डील' के तहत कोई हॉस्पिटल या मेडिकल सेंटर मरीज से तय रकम से ज्यादा पैसे नहीं ले सकता। कोर्ट ने कहा कि ऑपरेशन या ट्रीटमेंट के लिए मरीज को तय राशि का पैकेज बताकर इलाज के वक्त उससे ज्यादा रकम ऐंठने के मामले बढ़ रहे हैं। कई समस्याएं बताकर तय रकम से ज्यादा पैसे लिए जाते हैं। अगर कोई हॉस्पिटल, अस्पताल, नर्सिंग होम या मेडिकल सेंटर ऐसी हरकत करता है, तो उसे अनफेयर ट्रेड प्रैक्टिस कहा जाएगा। पीडि़त मरीज कंस्यूमर कोर्ट में इसकी शिकायत कर सकता है।
जस्टिस जे. डी. कपूर की अध्यक्षता वाली स्टेट कंस्यूमर कोर्ट ने जनहित में यह फैसला सुनाया। दिल्ली में मथुरा रोड, सरिता विहार स्थित अपोलो हॉस्पिटल में इलाहाबाद से इलाज के लिए आए मोहम्मद अजमल नामक मरीज ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। अजमल की शिकायत के मुताबिक मामला नवंबर 1996 का है। अजमल को पेट में तेज दर्द हुआ। इलाज के लिए वह अपोलो हॉस्पिटल आए। वहां जांच के बाद उन्हें इलाज के लिए 37,500 रुपये का पैकेज बताया गया, मगर ट्रीटमेंट के दौरान 1,60,000 हजार रुपये अधिक वसूल लिए गए। साथ ही दो ऑपरेशन नाकाम रहने पर तीसरा ऑपरेशन भी किया गया। उन्हें आर्थिक नुकसान के साथ मानसिक और शारीरिक पीड़ा भी झेलनी पड़ी।
जस्टिस कपूर ने अपोलो हॉस्पिटल को आदेश दिया कि वह पीडि़त मरीज को 5,00,000 रुपये अदा करे। यह राशि पीडि़त से पैकेज डील से अधिक राशि वसूलने और इलाज के दौरान उन्हें हुई परेशानी के बदले मुआवजे के रूप में देने को कहा गया। कोर्ट ने कहा कि यदि किसी मरीज का पैकेज डील के तहत इलाज किया जाता है तो यह संबंधित हॉस्पिटल या मेडिकल संस्थान की जिम्मेदारी बनती है कि उस वक्त ठीक से जांच कर उसे सही राशि बताएं। एक बार पैकेज बताने के बाद मरीज निश्चिंत हो जाता है कि अब इतने रुपये में उसे छुटकारा मिल जाएगा। जब ट्रीटमेंट के दौरान गंभीर समस्या बताकर उससे पैकेज से अधिक रुपये लिए जाते हैं तो उसे शारीरिक और आर्थिक रूप से झटका लगता है। ऐसा गलत प्रैक्टिस है।
कोर्ट ने कहा कि यदि एक बार किसी बीमारी के इलाज के लिए हॉस्पिटल और मरीज के बीच पैकेज डील हो गई तो ट्रीटमेंट के दौरान कितनी भी समस्याएं क्यों न आएं, हॉस्पिटल को उसी पैकेज के तहत मरीज का इलाज करना होगा। इमरजेंसी बताकर उससे अधिक रुपये नहीं ऐंठे जा सकते।
With Thanks from नवभारत टाइम्स
Source:-नवभारत टाइम्स ,22 May 2008, P.1 New Delhi

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